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छत्तीसगढ़ उजाला : संसदीय सचिव के क्षेत्र में चल रहे हैं दर्जनभर अवैध क्लिनिक और विधायक कर रही है कोविड अस्पतालों का निरीक्षण:

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छत्तीसगढ़ उजाला : बिलासपुर मे फर्जी क्लीनिक कितने बेलगाम चल रहे हैं जिसका अंदाजा आपको इस समाचार से ज्ञात हो जाएगा।न्यायधानी में झोलाछाप डॉक्टरों का बेख़ौफ़ कारोबार चल रहा है। वह दिन भी दूर नहीं जब क्लीनिक चलाने वाला बिना डिग्री का आदमी सर्जरी भी कर देगा और प्रशासनिक व्यवस्था केवल कागजो में ही नियम कानून बनाकर मस्त है। बिलासपुर जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूरी पर सकरी मुख्य मार्ग पर इन दिनों दर्जनों क्लीनिक फर्जी तरीके से संचालित हैं। एक में कोई मंडल नाम का आदमी दवाई दे रहा है और वही पर पैथोलॉजी टेस्ट करना, ड्रिप चढ़ाना जैसे सब काम किया जा रहा है।

झोलाछाप डॉक्टरों की बेख़ौफ़ होकर चल रही दुकानदारी…

मंडल का यह क्लिनिक मोबाइल दुकान में संचालित है यदि मंडल के पास कोई सक्षम डिग्री होती और वह पंजीकृत होता तो क्लीनिक के बाहर पंजीयन क्रमांक के साथ अपना नाम और योग्यता भी प्रदर्शित करता किंतु मंडल के पास ऐसा कुछ नहीं है उसके पास है तो गाली बकने वाला मुह जो अपने बारे में कुछ भी पूछने पर अपशब्दों की बौछार करता है। योग्य चिकित्सकों के पास नागरिक जाने में कतराते हैं क्योंकि उनकी समस्याएं कुछ ऐसी है जो बिना टेस्ट के इलाज के दायरे में नहीं आएंगी और आज तारीख के दिन कोई टेस्ट कराना नहीं चाहता तब मंडल ही उद्धारक है।एक ही क्लीनिक में नवजात शिशु से गायनिक और बुजुर्गों तक का हर रोग का इलाज हो जाता है।

जिला प्रशासन को नही दिखती झोलाछाप डॉक्टरो अवैध दुकानदारी

यह अपने आप में मल्टीस्पेशलिटी मंडल है इसी तरह सकरी में एक ऐसा क्लीनिक है जिसमें झोलाछाप बंगाली स्वयं शहर के बाहर है और अपने बाप के प्रतिनिधि के तौर पर बेटा आने वाले मरीज को दवाई देता है वह साफ शब्दों में कहता है मैं तो दवाई दे रहा हूं इलाज नहीं कर रहा हूं अब पिता पुत्र के अनोखी जोड़ी को कौन समझाए की दवा देना और इलाज करना अलग-अलग कैसे हो गया।

झोलाछाप पिता पुत्र डॉक्टर की जोड़ी भी है सक्रिय

पिता-पुत्र की जोड़ी का क्लीनिक भी बिना नाम के चलता है इनकी क्लीनिक के बाजू में दवा दुकान है दवा दुकान खोलते नहीं हैं क्लीनिक से ही दवाई दुकान का काम चलता है इनके क्लीनिक में उसे ही दवा मिलेगी जो इनकी फीस देगा किंतु कहने के नाम पर यह इलाज नहीं करते सिर्फ दवा देते हैं इस तरह संसदीय सचिव के विधानसभा क्षेत्र में झोलाछाप क्लीनिक चल रहे हैं और विधायक कोविड अस्पतालों का निरीक्षण करने में व्यस्त है।

विधायक महोदया अपने आसपास चल रहे अवैध कारोबार की ओर भी देख लो….

बेधड़क होकर ये झोलाछाप डॉक्टर अपनी दुकानें खोलकर लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है और प्रशासन अँधेदास की मुद्रा में नजर आ रहा है।विधायक महोदया अपने विधानसभा क्षेत्र में भी इन झोलाछाप डॉक्टरो की अवैध दुकानों की ओर भी नजरे इनायत करिये ताकि आम जनता की जाने भी बच सके।बिना डॉक्टरी किये ही लोगो का इलाज करने वाले इन महान आत्माओं को कौन सुधारेगा। कोविड सेंटरों के निरीक्षण के पहले अपने आसपास फैली इन बड़ी बीमारियों को भी पहले ठीक कर लो।आमजनता के जीवन को बचाने के लिए जिला प्रशासन कब जागेगा यह तो भगवान ही जाने।