बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला): जिले में लाकडाउन के पहले दिन से ही असर दिखने लगा है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों व बाजार में जहां सुबह से ही लोगों की भीड़ नजर आती थी, वहां आज सन्नाटा पसरा रहा। बंद को लेकर सुबह छह बजे से ही पुलिस चौक-चौराहों पर तैनात रहे। वहीं गली-मोहल्लों में लगातार पैट्रोलिंग करते भी नजर आए।
हालांकि इससे पहले ही लोग लाकडाउन को लेकर सतर्क हो गए थे और अपने-अपने घरों में सुरक्षित तरीके से दिन बिताते रहे। इस दौरान कुछ लोग जरूरी काम से आवाजाही करते नजर आए, जिन्हें रोक-रोककर पुलिस पूछताछ करती रही।
कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी डा.सारांश मित्तर ने 14 से 21 अप्रैल तक जिले में लाकडाउन का आदेश जारी कर दिया है। बुधवार सुबह छह बजे से आदेश प्रभावशील हो गया है। इसके चलते मंगलवार रात से ही शहर में लोगों का निकलना बंद हो गया था। इस बीच बुधवार की सुबह पांच बजे से ही शहर व जिले के प्रवेश द्वार पर पुलिस का पहरा लग गया था।
जिले के प्रवेश द्वार से लेकर प्रमुख चौक-चौराहों पर पर भी सन्नाटा पसरा रहा। लाकडाउन से पहले शहर के हर गली-मोहल्लों में जहां लोगों की भीड़ नजर आती थी और लोग खरीदारी करने निकल रहे थे। वहीं दुकानें बंद होने के बाद सभी जगह वीरान नजर आया। शहर के प्रमुख स्थल गोलबाजार, सदरबाजार और पुराना बसस्टैंड, तेलीपारा ये कुछ ऐसी जगहें हैं जहां सुबह से लेकर रात 10 बजे तक सामान्य दिनों में चहल-पहल रहती थी।
वहां की सड़कें सूनी हो गईं। गोलबाजार की सड़कें जो ग्राहकों की आवाजाही के कारण छोटी पड़ जाती थी आज भारी नजर आ रही है। सन्नाटा ऐसा कि गोलबाजार के एक किनारे खड़े होेकर दूसरे छोर का नजारा आराम से देखा जा सकता है। एक छोर पर खड़े होने से घोघाबाबा मंदिर और दूसरी छोर पर खड़े होने से सिम्स चौक तक नजरे आराम से जा रही हैं।
सड़कें पूरी तरह सुनी। यही नजारा अरपा पार सरकंडा, तोरवा सहित शहर के सभी जगहों में देखने को मिला। इस दौरान जरूरी काम से कुछ लोग सड़कों में आवाजाही करते नजर आए, जिन्हें रोक-रोककर पुलिस पूछताछ भी करती रही। वहीं उन्हें घरों में रहने की समझाइश देते रहे।
मेडिकल स्टोर्स में नजर आ रहे लोग
लाकडाउन से मेडिकल स्टोर्स और पेट्रोल पंप को अलग रखा गया है। लिहाजा मेडिकल स्टोर्स में ही लोग नजर आ रहे हैं। इस दौरान पेट्रोल पंप में भी जरूरी व शासकीय कार्य पर निकले वाहनों को ही पेट्रोल व डीजल दिए गए। इस बीच जरूरी दवाओं की खरीदी करने वाले लोग पहुंच रहे हैं। दवा लेकर तत्काल वापस भी हो जा रहे हैं। सुनी सड़कों के बीच कभी कभार ही चारपहिया व दोपहिया वाहनों की आवाजंे सुनाई दे रही हैं।
मुस्तैद नजर आए सफाई कर्मचारी
सड़कें आज आम दिनों की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही चकाचक दिखाई दी। सुबह से ही सफाई कर्मचारी मुस्तैद नजर आए। नगर निगम ने होने वाली असुविधा को देखते हुए एहतियात के तौर पर सफाई कामगारों को पहचान पत्र जारी कर दिया है। गले में पहचान पत्र लटकाए सफाई कामगार अपने काम को अंजाम देते भी दिखाई दिए।
बाहर से आने वालों पर है विशेष नजर, ई-पास की हो रही जांच
बुधवार को सड़कें पूरी तरह सूनसान नजर आईं। चौक-चौराहों से लेकर प्रमुख जगहों पर पुलिस सख्ती से पहरेदारी भी करती रही। सुनी सड़कों पर पुलिस के जवानों की ड्यूटी करते नजर आए। इस लाकडाउन में सभी दुकानें बंद होेने के कारण लोगों खुद से अपने-अपने घरों में कैद रहे। इस बीच जिले के बाहर से आने जाने वालों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। अंतरजिला यात्रा करने वालों से पास भी मांगे जा रहे हैं।
ऐसे लोगों को पुलिस के जवानों व अफसरों को जवाब देना पड़ रहा है। जिले में वाहनों की आवाजाही कम हो गई है। जरूरी काम के सिलसिले में आने वाले ही ई-पास के जरिए आ और जा रहे हैं। इनको भी पास दिखाना पड़ रहा है। इसी तरह जिले से बाहर जाने वालों के लिए भी ई-पास की व्यवस्था की गई है। बिना किसी ठोस व आवश्यक कारण के आनलाइन पास भी जारी नहीं किए जा रहे है। हालाकि, अति आवश्यक होने पर लोग मेनुअल पास बनवाने भी पहुंच रहे हैं।
भीड़ देखकर टोकाटाकी करते रहे पुलिसकर्मी व अफसर
लाकडाउन के दौरान दूध बेचने के लिए सुबह व शाम के समय छूट दी गई है। इस दौरान लोगों की आवाजाही बढ़ गई थी। हालाकि लोग जरूरी काम से ही घर से बाहर ही निकलते दिख रहे थे। फिर भी ऐसे लोगों को देखकर पुलिस रोक कर पूछताछ करती रही। शाम को सड़कों पर निकले बाइकर्स युवकों को देखकर पुलिस दौड़ाती भी रही। बंद के दौरान पुलिस शाम को शहर की गलियों में भी पैट्रोलिंग कर लोगों को घर में रहने की समझाइश देती रही। बिना काम के निकलने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी देते रहे।