वर्धा, 15 मार्च 2021:
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा, महाराष्ट्र के क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज, झूंसी द्वारा स्वतंत्रता के हीरक महोत्सव के उपलक्ष्य में क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज के अकादमिक निदेशक प्रोफेसर अखिलेश कुमार दुबे के संयोजन में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी एवं अवध से कई प्रसिद्ध नवोदित कवियों ने काव्यपाठ किया। इन कवियों में श्री लोकेश शुक्ल जी ने हम एक रहेंगे,श्री निखिल पाठक जी ने राम आधार हैं, श्री संक्षेप बरनवाल जी ने हारा हुआ शख़्स, श्री देवव्रत जी ने उठो तिरंगा फहराओ, सुश्री वंदना यादव जी ने शहीद गीत, श्री आयुष साहू जी ने एक जंग फिर आजादी की आदि कविताएं पढ़ीं। कार्यक्रम के इस अवसर पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कुलपति महोदय ने अध्यक्षीय उद्बोधन में देश की आजादी की लड़ाई, संबंधित संघर्ष, महान विभूतियों द्वारा किए गए आंदोलन आदि पर चर्चा करते हुए आजादी के महत्त्व को समझने, इसे संवारने और राष्ट्र के उत्थान में अपना योगदान देने का आह्वान किया।
कुलपति महोदय ने प्रयाग की मिट्टी से जन्मे वीर सपूतों चंद्रशेखर आजाद, लाल पद्मधर, ख़ुशरो बाग में कत्ल हुए भारत के वीरों, प्रयाग के किलों के पेड़ पर लटकाए गए वीरों, 1857 के बाद जब्त किए गए दस्तावेजों को याद करते हुए देश के विभिन्न स्थानों से, प्रदेशों से जन्मे सपूतों के बलिदान और महानता को समझने की बात कही। आजादी में शहीद हुए अनाम मजदूरों, दस्तकारों, शिल्पकारों, जवानों, किसानों के बलिदान पर प्रकाश डाला और आजादी के इस हीरक पर्व के उत्सव को इसकी महत्ता समझते हुए मनाने की बात कही।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अवंतिका शुक्ला ने किया। इस कार्यक्रम में केंद्र के सभी शिक्षक, शिक्षार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। शिक्षकों में डॉ.आशा मिश्रा, डॉ.अवन्तिका शुक्ला, डॉ.विजया सिंह, डॉ.ऋचा द्विवेदी, डॉ.अनूप कुमार, डॉ.प्रभात सिंह, डॉ.विजय सिंह, शिवाजी जोगदंड, डॉ.अनुराधा पाण्डेय, जयेंद्र जयसवाल एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों में शंभूदत्त सती, देवमूर्ति द्विवेदी, राहुल त्रिपाठी, रश्मि सिंह, जगजीवन, बिरजू, रोहित आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.अनूप कुमार द्वारा किया गया एवं तकनीकी सहयोग जयेंद्र जायसवाल का था।