मध्य प्रदेश में बीजेपी की बंपर जीत के बाद अब सीएम पद को लेकर खींचतान चल रही है. मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उतरे केंद्रीय नेता सीएम पद की मंशा रख रहे हैं. इस मंशा को लेकर वह दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं. तो वहीं, इस जीत में लाडली बहनों के योगदान को भी वे सिरे से खारिज कर रहे हैं. इन नेताओं के अनुसार प्रदेश की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दम पर ही हुई है.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की 3 दिसंबर को हुई मतगणना में बीजेपी को बंपर जीत मिली है. इस चुनाव में बीजेपी ने 163 सीटें जीती है, जबकि 2018 के चुनाव में बीजेपी का यह सफर 109 सीट पर रुक गया था. चुनाव के बाद अब अगला सवाल यह है कि अगला सीएम कौन. सीएम बनने की चाह रखने वाले दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं. सीएम बनने के लिए वे पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दे रहे हैं जबकि राजनीति जानकार बीजेपी की इस जीत में लाडली बहनों का अहम योगदान मान रहे हैं.
किस बीजेपी नेता ने क्या कहा?
सीएम शिवराज सिंह चौहान: ये बीजेपी की डबल इंजर सरकार का चमत्कार है. समाज के अलग-अलग वर्गों की जीत है. लाडली लक्ष्मी से लेकर लाडली बहना तक का जो सफर मध्यप्रदेश ने तय किया है, वो अद्भुत है.
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय: लाडली बहना छत्तीसगढ़ में थी क्या? कुछ दरबारी पत्रकार ये स्थापित करने में लगे हैं. ये उनको समझना चाहिए कि छत्तीसगढ़-राजस्थान में योजना थी क्या? तीनों जगह क्या था… मोदी जी का नेतृत्व.
केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल: लाडली बहना की बात करेंगे तो बात सिर्फ मध्यप्रदेश तक सीमित हो जाएगी. महिला सशक्तिकरण, गरीब कल्याण, किसान और महिलाओं की बेहतरी के लिए चलाए जा रहे कामों से ये जीत हासिल हुई है.
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया: लाडली बहना पूर्ण रूप से गेमचेंजर है. इसका पूरा श्रेय यदि किसी एक व्यक्ति को जाता है तो वो केवल शिवराज सिंह चौहान को जाता है.
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर: ये महाविजय मोदी के मन में एमपी और एमपी के मन में मोदी, एमपी के मन में लाडली बहना और लाडली बहना के मन में भाजपा की विजय है.