नशा मुक्त भारत सम्मेलन के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत रहे उपस्थित, नशे के खिलाफ कही बड़ी बातें, जाने क्या कहा केन्द्रीय मंत्री ने:
आज के कार्यक्रम में केन्द्रिय मंत्री थावरचंद गहलोत शामिल हुए,अपने संबोधन में बहुत सी बातों का जिक्र किया।आज के कार्यक्रम में नमस्कार कहकर उन्होंने अपनी बातें रखी।उन्होंने आगे कहा कि नशीली दवा का दुरूपयोग और अवैध व्यापार के विरूद्ध अंतर्राष्ट्रीय दिवस के विशेष अवसर पर आप सबका स्वागत है। इस अवसर पर हम किसी भी रूप में नशीली दवा के उपयोग के विरूद्ध अपने संकल्प और दृढ़ निश्चय को सुदृढ़ करने और विश्व को यह संदेश देने के लिए एकत्र हुए हैं कि भारत किसी भी कीमत पर इस बुराई को जड़ से उखाड कर फेंकने के लिए प्रतिबद्ध है। यह समाज के लक्ष्य को हासिल करने, नशीली दवा के दुरूपयोग को समाप्त करने के प्रति पहल और समुदाय केन्द्रित दृष्टिकोण आधारित परिणामों को सुदृढ़ करने की हमारी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करता है।
यह ज्ञात तथ्य है कि नशीली दवा के व्यसन ने खतरनाक रूप ले लिया है, जिसका नशीली दवाके व्यसनियों, उनके परिवारों और समाज पर भयंकर परिणाम हुए हैं और पूरे विश्व में चिंता का विषय है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किए गए राष्ट्रीय व्यापक सर्वेक्षण के अनुसार, देश में 6 करोड़ से अधिक नशीली दवाके उपयोगकर्ता हैं जिनमें से 10-17 वर्ष के आयु वर्ग में बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता शामिल हैं।
जैसा कि आप सब अवगत हैं कि यह मंत्रालय नशीली दवाकी मांग में कमी के लिए एक नोडल मंत्रालय है। इस मंत्रालय ने नशीली दवाके उपयोग और इसके प्रभावों से संबंधित मामलों के समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं। पूरे देश में 500 से अधिक स्वैच्छिक संगठन हैं, जिन्हें मंत्रालय की एनएपीडीडीआर योजना के तहत आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाती है। ये एनजीओ नशा मुक्त भारत अभियान के संचालन में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। इन संस्थाओं/संगठनों के पीयर एजुकेटर्स और आउटरीच वर्कर्स ने घर-घर, गाँव-गाँव, आस-पास के मुहल्ले आदि में घूमते हुए लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताया और ड्रग पीड़ित को खोजने के बाद, उन्हें इलाज के लिए निकटतम आईआरसीए केंद्र में भर्ती कराया। अभियान के हिस्से के रूप में, राज्य स्तरीय समन्वय एजेंसी (एसएलसीए) द्वारा 23 जून 2021 को, राष्ट्रीय स्तर पर आभासी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया था, जिसका विषय पहले सुनो: देखभाल का विज्ञान और पेशेवर परामर्श सेवाओं और विज्ञान आधारित विस्तार के महत्व तथा मादक द्रव्यों के सेवन के पीड़ितों के लिए उपचार के तरीके पर ध्यान केंद्रित किया गया था। जीआईए संस्थानों से 2000 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया। इन एसएलसीए को आगे बढ़ाने के लिए और जीआईए संस्थान देश को नशा मुक्त बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में ही राष्ट्र भर में नशा मुक्त भारत अभियान आरंभ किया गया है, जो देश के 272 अत्यंत संवेदनशील जिलों से आरंभ किया गया है।
इस अभियान के भाग के रूप में,यह महिलाओं, बच्चों, शैक्षणिक संस्थानों, सिविल सोसायटी संगठनों आदि जैसे हितधारकों, जिन पर मादक पदार्थ के उपयोग का प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष प्रभाव पड़ता है, की भागीदारी पर विशेष बल गया है। अभिज्ञात 272 जिलों में अभियान कार्यकलापों के लिए 13000 मास्टर स्वयंसेवकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया है अब तक वास्तविक रूप से किए गए विभिन्न कार्यकलापों के माध्यम से 35 लाख युवाओं और 28 लाख महिलाओं सहित 80+ लाख लोगों तक पहुंचा जा चुका है। अब तक नशा मुक्त भारत अभियान के परिणाम बेहद उत्साहजनक रहे हैं और यह मंत्रालय परिभाषित पैरामीटरों के भीतर वर्ष 2022 तक 100 जिलों को नशीली दवा से मुक्त घोषित करने का कार्य भी कर रहा है।
नशा मुक्त भारत अभियान की गतिविधियां, देश में कोविड-19 की स्थिति के बावजूद, पूरे जोश और उत्साह के साथ जारी रहीं। रैलियां, नुक्कड़ नाटक, सामुदायिक सत्र, साइक्लो-थॉन, ग्राम सभा जैसी जमीनी गतिविधियों को कोविड के उचित व्यवहार के साथ आयोजित किया गया था। वर्चुअल मोड और ऑनलाइन स्पेस के माध्यम से कई तरह की गतिविधियां भी हो रही थीं। कॉलेजों और शैक्षिक संस्थानों ने ऑनलाइन जागरूकता सत्र, मादक द्रव्यों के सेवन और वेबिनार और ऑनलाइन पैनल चर्चा के विषयों पर प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवाओं और छात्रों को शामिल किया। बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाने और अभियान की पहुंच बढ़ाने के लिए जिलों और हितधारकों द्वारा सोशल मीडिया अभियानों का भी व्यापक रूप से उपयोग किया गया।
आज के समारोह को जारी रखते हुए, मंत्रालय ने नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) वेबसाइट भी विकसित की है, जिसका कुछ क्षणों पहले ही शुभारंभ किया गया है। यह वेबसाइट मंत्रालय के एनएमबीए कार्यक्रम के अंतर्गत किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और क्रियाकलापों को दर्शाएगी। इस वेबसाइट पर नशा मुक्ति केन्द्रों से संबंधित पूर्ण सूचना और नशीली दवाउपयोग के संकट को दूर करने में मंत्रालय की महत्वपूर्ण सूचना भी शामिल होगी।
मुझे यह बताते हुए भी प्रसन्नता हो रही है कि एनएमबीए कार्यक्रम के कार्यकलापों और परिणामों के आधार पर, आज एनएमबीए न्यूज लेटर का अंतर्राष्ट्रीय दिवस संस्करण भी जारी किया गया जो किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की स्पष्ट व्याख्या और जिलों में कार्यक्रम के भीतर आयोजित कार्यकलापों की स्पष्ट अंतर्दृष्टि प्रदत्त करता है।
अपना संदेश समाप्त करते हुए, मैं कहना चाहूंगा कि अपनाए गए इन सभी उपायों के साथ-साथ सभी हितधारकों के संयुक्त प्रयास फलदायक होंगे। मैं उन सभी लोगों से जो मुझे देख रहे हैं और सुन रहे हैं, अनुरोध करना चाहूंगा कि वे इस भयंकर मुसीबत को देश से निकालने तथा समाज के सभी वर्गों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने के लिए अधिकतम प्रयास करें। इस दिन हम सबको एक बार फिर अपने समाज से इस बुराई को हटाने के लिए अथक प्रयास करने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए।धन्यवाद कहकर अपने संबोधन को समाप्त किया।